क्या आप जानते हैं कि इमोशंस से शरीर के अलग-अलग हिस्से प्रभावित होते हैं

क्या आप जानते हैं कि इमोशंस से शरीर के अलग-अलग हिस्से प्रभावित होते हैं

सेहतराग टीम

यह तो आप सब जानते हैं कि दिमाग और शरीर का एक दुसरे से कनेक्ट होता है। मतलब दिमाग और शरीर मिलजुलकर कार्य करते हैं। अक्सर लोगों को भी इस बारे में बात करते सुना होगा। हालांकि इसके बारे में सबके अलग-अलग विचार होते हैं।  इसी को जानने के लिए फिनलैंड में एक स्टडी की गयी जिसमे 700 लोगों पर 5 प्रयोग किये गए। इसमें पाया गया कि हमारे इमोशंस यानी भावनाएं शरीर के अलग-अलग हिस्से को कैसे प्रभावित करती हैं। यहां जानें कि खुशी, गुस्सा, दुख, डर और उदासी आपके शरीर के अंगों को कैसे प्रभावित करती हैं।

खुशी-

सबसे पहले बात करते हैं खुशी के बारे और जानते हैं कि इसका क्या असर पड़ता है। दरअसल ट्रडिशनल चाइनीज मेडिसिन के मुताबिक, खुशी और एक्साइटमेंट की फीलिंग से दिल का सीधा कनेक्शन है। यहां खुशी का मतलब सिर्फ संतुष्टि से नहीं बल्कि एक्साइटमेंट से भी है।

दुख-बेचैनी

अब अजन्ते हैं कि दुख और बेचैनी का क्या असर पड़ता है। ट्रडिशनल चाइनीज मेडिसिन के अनुसार दुख आपके फेफड़ों और बेचैनी आपके फेफड़ों और बड़ी इंटेस्टाइन को प्रभावित करते हैं। इससे आपको थकान, सांस लेने में दिक्कत या अल्सरेटिव कोलाइटिव जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।

गुस्सा-

अब गुस्से की बात करते हैं। दरअसल गुस्से के इमोशंस लिवर और गाल ब्लैडर में इकट्ठे होते हैं। गुस्से से सिरदर्द और हायपरटेंशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं जो कि आपके पेट और स्प्लीन को प्रभावित करते हैं।

उदासी-

उदासी का असर कुछ इस तरह होता है। किसी बात को लेकर उदास या परेशान होने से आपकी एनर्जी का काफी लॉस होता है और इससे आपकी स्प्लीन पर असर होता है। नतीजतन आपको सुस्ती रहती है और कॉन्संट्रेशन में दिक्कत आती है।

डर-

अगर लंबे वक्त तक इंसान किसी डर में रहता है तो यह गुर्दों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसका उदाहरण खासकर बच्चों में देखने को मिलता है, वे जब डरते हैं तो उन्हें टॉइलट जाने की जरूरत महसूस होती है।

 

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